लिंग पतला और कमजोर क्यों होता है? अधिक मात्रा में हस्तमैथुन या संभोग करने और नशे आदि के सेवन करने से लिंग में ढीलापन, टेढ़ापन और तिरछापन आ जाता है। युवा काल में लिंग के आकार के प्रति चिंता एवं उत्सुकता लगभग हरेक पुरुष मे होती है. परन्तु यह ध्यान देने वाली बात है कि हर पुरुष के लिंग मे लंबाई, मुटाई तथा स्थिरता में भिन्नता तो अवश्य होती है पर इस भिन्नता का यौन संतुष्टी, गर्भाधारण तथा यौन क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पडता. वास्तव में स्त्री के योनि का उपरी एक तिहाई भाग ही यौन स्पर्श के प्रति संवेदनशील होता है. अत; उत्तेजित अवस्था मे यदि शिश्न की लंबाई केवल 2 से.मे. भी हो तो वह अपने यौन साथी को प्रयाप्त यौन आनंद प्रदान करा पाने मे सक्ष्म होता है. अतः आप चिंता ना करें और बहलाने वाले विज्ञापनों के चक्कर में पडकर अपने शिश्न की लंबाई, मोटाई एवं उत्तेजना बढ़ाने वाली दवाओं का सेवन कदापि ना करें . इससे फायदा तो दुर नुकसान अवश्य हो सकता है। लिंग की बनावट – पुरूष अपने शिश्न या लिंग के द्वारा शुक्राणु को स्त्री के योनि में डालता है। लिंग की लम्बाई 7.5 सेटीमीटर से लेकर 10 सेंटीमीटर तथा इसकी चौड़ाई 2.5 सेंटीमीटर होती है। पुरुष के लिगं के मध्य में एक नलिका होती है। इस नली को मूत्र नलिका कहते है lund ko bada kaise kare,जो इसमें से होती हुई मूत्राशय की थैली तक जाती है। इसी नलिका द्वारा मूत्र और वीर्य की निकासी होती है। पुरूषों के लिंग में तीन मांसपेशियां होती है। दाहिनी व बांई कोरपस कैवरनोसम तथा बीच में कोरपस स्पैनजीऔसम। इन मांसपेशियों में रक्त की नलिकांए होती है। पुरूष लिंग की कठोरता के समय इन मांसपेशियों से अधिक रक्त का संचार होता है व इसके कारण लिंग की लम्बाई 10-15 सेमी और चौड़ाई 3.5 सेमी के लगभग हो जाती है।ling size लिंग की सुपारी की त्वचा आसानी से ऊपर-नीचे खिसक सकती है तथा कठोरता के समय लिंग को चौड़ाई मे बढ़ने के लिए स्थान भी देती है। लिंग के अगले भाग को ग्लैस कहते है जो काफी संचेतना पूर्ण होता है। 1. डंडा– शिश्न का लम्बा वाला हिस्सा 2. मुंड- शिश्न का सर 3. लिंग के ऊपर की त्वचा, अगर खतना नहीं हुआ हो तो-डंडे की ऊपर वाली चमड़ी 4. मूत्रमार्ग का खुलाव- जहाँ से मूत्र निकलता है लिंग बड़ा और छोटा इसलिए हो सकता है क्योंकि यह एरेक्टाइल टिशुओं से बना है – अंदर से यह स्पंज की तरह होता है, जो खून से भर कर सख़्त हो सकता है। संभोग करने के लिए लिंग का छोटा या बड़ा होना ज्यादा मायने नहीं रखता है। लिंग की साफ़ सफाई रहे ध्यान – यदि आपका खतना नहीं हुआ है आप सोचेगे की हमे लिंग की सफाई करने की क्या जरुरत पर ये जरुरी है. लिंग की आगे की चमड़ी को धीरे से पीछे खिसकाएं और गुनगुने पानी से लिंग मुंड को धोएं। लिंग के दंड के लिए साबुन का प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन आगे की चमड़ी के नीचे सफाई के लिए साबुन का प्रयोग करना ठीक नहीं होगा। खतना किया हुआ लिंग यदि आपका खतना हुआ है, तब आपके लिंग में तनाव आता है अथवा नहीं, आप अपना लिंग मुंड देख सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लिंग के आगे की चमड़ी निकाल दी गई होती है। 1- साबुन से बैक्टीरिया के प्राकृतिक संतुलन में गड़बड़ी आ सकती है और जिसके कारण आपको फफूंदी वाले संक्रमण (फंगल इन्फेक्षन) होने की संभावना बढ़ जाती है। 2- यदि आप अपने लिंग मुंड को साबुन से धोने का फैसला करते हैं, तो किसी हल्की सुगंध वाले सौम्य साबुन का प्रयोग करें। 3- स्मेग्मा को धोकर साफ करना ज़रूरी है। यह, सफेद या पीलापन लिए चिपचिपा पदार्थ होता है, जो त्वचा से निकलने वाले तेल और मृत त्वचा कोषिकाओं से बना होता है। 4- इसका बनना पूरी तरह स्वाभाविक है, लेकिन यह आपके लिंग की आगे की चमड़ी के नीचे जम सकता है, बदबू फैला सकता है, खुजली और संक्रमण कर सकता है। लिंग कैसे खड़ा होता है ? जब लिंग बड़ा और कड़ा हो जाता है तो ऐसी स्थिति को लिंग का तनाव कहा जाता है। लिंग में स्पंजी ऊतकों (टिशू) की तीन नलिकाएं होती हैं। जब आप यौन-उत्तेजना महसूस करते हैं, तो उनमें रक्त भर जाता है और आपका लिंग अधिक लंबा और कड़ा हो जाता है। भिन्नताएं (अंतर)लिंग का तनाव, आकार और कोण (ऐंगल) के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। कोई भी दो लड़के या पुरुष एक जैसे नहीं होते हैं। लिंग के तनाव के आकार और कोण में काफी अधिक अंतर होते हैं, जिनपर खतना और अनुवांशिकी (जेनेटिक्स) जैसी बातों का असर पड़ सकता है। खतना नहीं हुआ है यदि आपका खतना नहीं हुआ है, और जब आपके लिंग में तनाव आता है, तब आपके लिंग के आगे की चमड़ी पीछे खिसक जाती है और आपका लिंग मुंड या ग्लांस नजर आने लगता है. लिंग का कोण जब आपके लिंग में तनाव आता है, तब आपका लिंग ऊपर की ओर, नीचे की ओर या सामने की ओर तना हो सकता है। 1- 25 प्रतिशत लड़कों या पुरुषों के लिंग तनाव आने पर लगभग या पूरी तरह नीचे की ओर, उनके पैरों की दिशा में होते हैं। 2- 35 प्रतिशत लड़कों या पुरुषों के लिंग तनाव आने पर लगभग या पूरी तरह सीधे उनके पेट की सीध में होते हैं। 2- 40 प्रतिशत लड़कों या पुरुषों के लिंग तनाव आने पर लगभग या पूरी तरह सीधे सामने की ओर होते हैं। लिंग मुड के निचले सिरे पर छोटे सफेद दाने यदि आप के लिंग मुंड के निचले सिरे के चारों ओर छोटे-छोटे सफेद दाने हैं तो वे पर्ली पीनाइल पैप्यूल्स ही हैं। सामान्य स्थिति लिंग मुंड के निचले सिरे के चारों ओर छोटे-छोटे सफेद दाने (पर्ली पीनाइल पैप्यूल्स) होना आम बात है। उन पर किए गए कुछ अध्ययनों से पता चला है कि सर्वेक्षण किए गए लगभग 8 से 48 प्रतिशत पुरुषों में यह मौजूद थे। ये 20 से 30 वर्ष उम्र के पुरुषों में आम तौर पर पाए जाते हैं। हो सकता है कि आपके जीवन काल में ये दाने अपने-आप निकलें और गायब भी हो जाएं। उनको छेड़े नहीं और फोड़ने की कोशिश न करें, अन्यथा आपको संक्रमण या घाव हो सकता है। इनके लिए किसी डाक्टरी सहायता की जरूरत नहीं होती क्योंकि वे किसी संक्रमण या स्वास्थ्य गड़बड़ी से नहीं होते। हालांकि उनके आकार को देखकर कुछ लड़के और पुरुष शर्मिंदगी महसूस करते हैं। साथ ही आप यह भी महसूस कर सकते हैं कि इनसे आपके सेक्स करने के तरीके पर बुरा असर पड़ सकता ह। कोई त्वचा रोग विशेषज्ञ उन्हें कार्बन डाई आक्साइड (सीओ2) लेज़र का इस्तेमाल कर, हटा सकते हैं। यह आसान किंतु तकलीफदेह आपरेशन होता है जिसमें सीओ2 लेजर दानों को भाप बनाकर उड़ा देती है। इस ऑपरेशन के बाद कुछ सूजन और खुजली हो सकती है, लेकिन इसे दो सप्ताह में ठीक हो जाना चाहिए। 1- देशी घी या सरसों के तेल की मालिश करने से लिंग में मजबूती आती है। मालिश करते समय आपका लिंग उत्तेजित अवस्था में होना चाहिये और इस बात का ध्यान रखें की आपका वीर्य पतन न हो। मालिश की दिशा नीचे से ऊपर की ओर रखें। मालिश करने से लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और उसमे मजबूती आती है। मालिश करने के बाद लिंग को पानी से न धोये, बल्कि कपड़े या पेपर से पौंछ लें. 2- एक चम्मच जैतून के तेल में लौंग तेल की 10-15 बून्दें को अच्छी तरह से मिला ले। इस मिश्रण को लिंग के अगले हिस्से को छोड़कर बाकी हिस्से पर लगाये। ऐसा करने से लिंग का आकार बढ़ता है और उसमें मजबूती आती हैं। 3- पीसे हुये हींग में देशी घी को अच्छी तरह से मिलाकर उसका लेप बना ले। रात मे सोते समय इस लेप को लिंग के अगले भाग को छोड़ कर बाकी हिस्सों पर लगा ले। सुबह में लिंग को हलके गर्म पानी से धो लें । इससे लिंग मोटा तथा लम्बा होता हैं। 4- एक लौंग को चबाकर उसकी लार को लिंग के पिछले भाग पर लगाने से संभोग करने की शक्ति तेज हो जाती है। बेलपत्र के ताजे पत्तों का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर लगाने से लिंग में ताकत पैदा हो जाती है। 15 ग्राम सहजन के फूलों को 250 मिली दूध मे उबालकर सूप बनाए। यौन-टौनिक के रूप मे इसका सेवन करे। 5- दालचीनी का तेल, बादाम का तेल, जमालगोटा का तेल और पिस्ता का तेल – सभी तेल समान मात्रा में लेकर एक साथ मिलाकर रख लें। इसे एक बूद की मात्रा में रात को सोेते समय इंद्रिय पर लगाये और ऊपर से पान का पत्ता बांधकर सो जाएं। इस तिला का प्रयोग एक महिने तक करने से लिंग का टेढापन लिंग को सीधा करने का व्यायाम लिंग बड़ा करने के लिए ऊपर दिए नुस्खे में कोई भी एक घर पर तैयार कर ले और उसको निचे लिखे तरीके शिश्न पर मालिश करे. बहुत से लोगो सही तरीके से मेलष नही कर पाते जिससे आयुर्वेदिक नुस्खा अपना सही असर नही कर पता है. निम्न प्रकार से लिंग पे मालिश करे – स्टेप 1- लिंग को बिल्कुल नीचे से पकड़े और ऊपर तक आराम आराम से मालिश करे मतलब आधा लिंग नीचे का भाग (तेज़ तेज़ मालिश नही न करे.) मालिश सिर्फ ५ मिनट करे और वीर्य को न निकले दे.. स्टेप 2- अब लिंग को ऊपरी भाग की मालिश करे (आराम आराम से मालिश करे ) 5 मिंट स्टेप 3- लिंग को लेफ्ट साइड से पकड़े ओर दोनो हाथो से बायीं की तरफ लेकिन ऊपर की तरफ मालिश करे – 5 मिंट स्टेप 4- लिंग को दायीं ओर से पकड़े ओर दायीं तरफ ऊपर की तरफ मालिश करे – 5 मिंट स्टेप 5- लिंग को सेंटर से पकड़े ओर ऊपर की तरफ खींचे. 4 मिंट तक पर इतना जोर न लागए की आपको ही दर्द हो.
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